पंजाबी छोरी चुद गई होटल में

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पंजाबी छोरी चुद गई होटल में

Girlfriends Boyfriend Sex की पहली चुदाई की बात मेरे बॉस की बीबी ने ड्रग्स के नशे में मुझे सुनाई जब हम काम के सिलसिले में सूरत से अमृतसर गये थे। सुनकर मेरा लंड खड़ा हो गया।

प्रिय “देसी अडल्ट स्टोरी”  पाठकों को सूरत से वरुण दुग्गल का सत् श्री अकाल!

ये कहानी हमने जून 2023 में लिखना शुरू की थी जो अब जाकर पूरी हुई है।

इस दौरान कुछ ने अपनी GF या BF के साथ काम सुख का लुत्फ़ उठाया होगा तो कुछ ने पड़ोसी के साथ, मगर सम्भोग का मज़ा तो लिया ही होगा।

एक बात तो मैं कहूंगा कि मानसिक रूप से सभी लोग वासना के लिए  इच्छित जरूर रहे होंगे।

खैर इन सब के बीच काम रस से भीगी कहानियां आपको जरूर सुकून देती होंगी।

 

यह GF BF Sex कहानी मेरे जीवन के अनगिनत पन्नों में से एक पन्ना है या यह भी कह सकते हैं कि ये मेरे जीवन में घटी छोटी सी घटना है जो शायद तीन या चार भागों में आपका पूरा मनोरंजन करेगी।

आप सब ने मेरी पिछली कहानियों को पढ़ा और सराहा, उसके लिए आपका बहुत धन्यवाद।

 

देसी अडल्ट स्टोरी पर मेरी पिछली कहानी थी: देशी सेक्स का आनंद

 

हो सकता है कि ये कहानी जून की गर्मी की मानसिक परिस्थितियों का शिकार हो क्योंकि ऐसी कहानी लिखते वक़्त वैसी फीलिंग आपके दिमाग और दिल में आनी चाहिए तभी कहानी पूर्ण रूप से एक कामग्रन्थ बनती है।

 

अब  आप सबकी पसंद की पूरी कहानी को सुनाते है कहानी के समयकाल और कुछ नाम में बदलाव किया है।

 

करिश्मा कौर कहानी की नायिका है।

 

अपने बारे में कहूं तो मैं वरुण, एक खुद के बिजनेस का मालिक हूं।

मेरी हाईट 6.2″ है, वज़न करीब 67 किलो है।

 

मैं नियमित रूप से जिम भी जाता हूँ तो मेरी बॉडी थोड़ी थोड़ी कसी हुई है; मतलब चौड़े , मोटे मसल्स , कंधे, सपाट पेट आदि।

मेरी भौंह अधिक बालों से चौड़ी , मेरे सीने पर बाल भी हैं। रंग ज्यादा साफ नहीं है।

मेरी शादी हुए 5 साल हो चुके हैं और 1 बच्चा भी है।

 

ये बात तब की है जब मैं दिल्ली एक कंपनी में रीजनल सेल्स हेड की जॉब में था।

मेरे टूर भी बहुत होते थे। कभी पंजाब, कभी शिमला, राजस्थान इत्यादि आना-जाना लगा रहता था।

 

अब करिश्मा कौर से आपका परिचय करवाता हूं।

 

करिश्मा कौर तकरीबन 26 साल की पारंपरिक पंजाबी लड़की थी जो मेरे ऑफिस में सेल्स कॉर्डिनेटर का काम करती थी।

वह मेरे एरिया की सेल्स टीम और मेरे बीच सहायक का काम करती थी।

 

करिश्मा कौर काफी आकर्षक व्यक्तित्व की स्वामिनी थी।

उसकी हाइट करीब 5.4 फीट, गोरा रंग और नयन नक्श काफी तीखे थे। उसकी पतली सी कमर और लंबे पैर थे, भरी हुई जाँघें और पीछे निकले हुए सुडौल चूतड़, उसकी चूचियां भी मस्त 34बी साइज़, जिसका मुझे बाद में पता चला था, की थीं।

 

कुल मिला कर चोदने लायक माल थी वो!

 

करिश्मा कौर साथ ही साथ माडर्न ख्यालात की भी थी।

उसके अपना खर्चा पानी चलने के लिए कई बॉयफ्रेंड भी थे।

 

मगर उससे मुझे कोई लेना देना नहीं था क्योंकि वो उसकी पर्सनल लाइफ थी और वो अपने काम में बहुत माहिर थी।

 

उसकी वजह से मैं कामचोर सा हो गया था ऑफिस में! मेरे ऑफिस से सम्बंधित सभी काम वो मिनटों में कर देती थी।

इस कारण वो मुझे बहुत पसंद थी।

 

कभी-कभी करिश्मा कौर को ऑफिस के काम से बाहर भी जाना पड़ता था जैसे मंथली सेल्स मीटिंग्स, डीलर्स एकाउंट्स क्लियरेंस आदि।

 

ऐसे ही एक बार करिश्मा कौर मेरे साथ अमृतसर गई थी।

 

अमृतसर में हमारी कंपनी ने अपने प्रोडक्ट्स की सेल्स और प्रदर्शनी रखी थी।

हमारा यह ट्रिप करीब 7 दिन का था जहाँ हम दोनों को सब कुछ मैनेज करना था।

अभी तक मेरे दिल में करिश्मा कौर को लेकर कोई गलत ख्याल नहीं था।

 

इस ट्रिप में मेरी बीवी भी मेरे साथ थी।

हम दोनों ही मध्य जुलाई में अमृतसर पहुंच गए।

 

ये तो आप जानते हैं कि उत्तर भारत में जुलाई में गर्मी अच्छी खासी होती है और अमृतसर में तो कुछ ज्यादा ही होती है।

 

मगर हमको रूम के अंदर इतना पता नहीं चलता था। हमारा शानदार 5स्टार होटल था।

 

पहले 3 दिन हमने और मेरी बीवी ने होटल के स्प्रिंग वाले गद्दे के बेड पर धुआँधार सम्भोग किया।

 

मेरी बीवी ने स्प्रिंग के गद्दों पर अपनी गांड उछाल-उछालकर मेरे लण्ड को चूत में लिया।

नयी जगह थी, बाहर गर्मी थी और अंदर गर्म रूम के साथ ही बेड के मस्त गद्दे … तो मेरी बीवी भी चुदासी होकर खूब चुदवा रही थी।

 

रात को चुदवाने की बात तो ठीक थी लेकिन पूरा दिन मैं काम में व्यस्त रहता था और बीवी बोर हो जाती थी।

 

फिर वो कहने लगी कि 10 दिन के लिए मायके हो आती हूं, तब तक यहां काम भी खत्म हो जाएगा यहां।

हमने भी सोचकर उसको जाने को बोल दिया।

 

उसी शाम को बीवी को ट्रेन से रवाना करके मैं और करिश्मा कौर दोनों काम में व्यस्त हो गए।

 

रात 9 बजे हम जब फ्री हुए तब तक हम दोनों ही बुरी तरह मानसिक और शारीरिक रूप से थक चुके थे।

 

जब हम होटल पहुंचे तो करिश्मा कौर बोली- मैं फ्रेश हो लेती हूं, नहाकर नीचे डिनर के लिए चलते हैं।

 

हमने बोला- ओके!

मैं भी फ्रेश होने चला गया।

 

अंदर जाकर याद आया कि बीवी तो गयी हुई है, आज तो चुदाई हो ही नहीं सकती।

मन मारकर मैं नहाने लगा।

 

नहा कर निकला ही था कि रूम की बेल बजी।

हमने सोचा रूम सर्विस होगी।

 

हमने टॉवल में ही रूम का दरवाज़ा खोला।

देखा तो सामने करिश्मा कौर थी।

 

लाल रंग की पतली सी शर्ट उसने पहनी थी, जिसे देखकर साफ पता लग रहा था कि नीचे ब्रा नहीं पहनी है।

 

नीचे टांगों में उसने पजामा डाला हुआ था।

हमने कहा- ओह्ह सॉरी! हमने सोचा रूम सर्विस है।

वो बोली- सर, आप अभी तैयार नहीं हुए?

कहती हुई वो अंदर आ गई।

 

हमने कहा- हां बस शर्ट और शॉर्ट्स डालकर अभी तैयार हो जाता हूं।

 

जब हमने कपड़े पहन लिए तो वो बोली- वाउ सर! आप तो बहुत स्मार्ट लग रहे हो, हमने कभी आपके ऐसे रूप में नहीं देखा था।

हमने भी करिश्मा कौर को कभी ऐसे बात करते हुए नहीं देखा था, हैरानी तो थोड़ी मुझे भी हो रही थी।

 

फिर वो बोली- सर, काफी रात हो गई है, खाना यहीं मंगवा लें क्या?

हमने कहा- ठीक है, मंगवा लो। जब तक खाना आएगा तब तक मैं एक पैग रम पी लेता हूं।

करिश्मा कौर- सर रम है क्या आपके पास?

 

हमने कहा- हां, तुम्हें भी लेनी है क्या?

करिश्मा कौर- हाँ सर, यदि आपकी इज़ाज़त हो और आप वादा करें कि अमृतसर में किसी को नहीं बताएंगे तो मैं ले सकती हूं।

हमने कहा- मुझे कोई एतराज नहीं है। रही बताने की बात, तो ये बात अमृतसर से बाहर नहीं जाएगी।

 

उसके चेहरे पर एक चमक सी आ गई जैसे उसे उसका मनपसंद खिलौना मिल गया हो।

 

हमने सोचा कि अमृतसर में तो वो शायद नहीं पाती होगी और यहाँ कोई देखने वाला नहीं है, तो एन्जॉय करना चाहती होगी। हमने रूम सर्विस को बोलकर सोडा, हॉट वाटर और कुछ चखना मंगवाया, तो करिश्मा कौर ने एक चिल्ली पनीर, फिश फ्राई और चिल्ली चिकन भी ऑर्डर कर दिया।

 

थोड़ी देर में वेटर गिलास सोडा, चखना और पानी लेकर आ गया।

वो बोला कि पनीर रेडी होते ही ले आएगा।

 

उसके जाने के बाद हमने दो पैग बनाये और एक उसको दे कर बोला- चीयर्स!

करिश्मा कौर भी मस्त मुस्कान के साथ बोली- चीयर्स सर!

 

एक घूंट लेकर वो चखना लेने झुकी तो उसकी शर्ट के अंदर का सामान मुझे दिख गया।

उस एक पल की ही झलक ने मेरा नशा दोगुना कर दिया।

मेरा दिमाग घूम गया।

 

इसी पल में अचानक मेरे मन में करिश्मा कौर की चुदाई का ख्याल भी आ धमका।

 

गर्म रात .. एसी की ठंडक … मेरी बीवी भी नहीं थी … और रम के सुरूर में लंड भी तन चुका था।

 

हमने सोचा कि नशे के बहाने क्यों न करिश्मा कौर के साथ कुछ ट्राई किया जाए, अगर मान गई तो ठीक … वरना बोल दूंगा कि दारू के नशे में बहक गया था।

 

अब मेरे लंड का मुंड मेरे शॉर्ट्स में से उठा हुआ दिखने लगा था।

करिश्मा कौर जैसे माल को चोदने के ख्याल से ही अब लंड फटा जा रहा था।

 

फिर मैं उससे काम के बारे में बात करने लगा, अपॉइंट्मेंट्स के बारे में पूछने लगा।

 

बात करते हुए उसने पूरा गिलास खाली कर दिया।

हमने उसके लिए एक और पैग बना दिया।

 

अब हमारा चिली पनीर और फिश फ्राई चिकन भी आ गया।

 

वेटर को साथ ही हमने खाने का ऑर्डर भी दे दिया ताकि दारू खत्म होने के समय तक खाना भी आ जाए।

 

करिश्मा कौर दूसरा पैग पी रही थी और थोड़ा सुरूर उसके चेहरे पर दिखने लगा था।

 

इसी मौके पर हमने किस्मत आजमाने की सोची और बातों को अमृतसर की मॉडर्न लाइफ की तरफ मोड़ दिया।

मैं- अमृतसर में हर कुछ फ़ास्ट होता है और कोई जल्दी किसी रिलेशनशिप में नहीं पड़ता है, बस लाइफ को एन्जॉय करते हैं।

 

उसने कहा- हाँ सर, आपकी बात सही है। ये रिलेशन वगैरह बेकार की बात है, बस लाइफ एन्जॉय करना चाहिए, बाकी सब फालतू की बात है।

मुझे उसकी बातों से लगा कि वो हल्के नशे में है।

हमने कहा- हां, क्योंकि शादी के बाद तो फिर मौज मस्ती नहीं कर सकते हैं।

 

वो बोली- क्यों सर? शादी के बाद क्यों नहीं कर सकते?

मैं- अगर बीवी या पति को इस बात का बुरा लग गया तो?

करिश्मा कौर- हां सर, वो तो है। सर … क्या आपने शादी से पहले भी एन्जॉय किया था?

 

मैं- एन्जॉय … किस तरह का?

करिश्मा कौर- वही … गर्लफ्रेंड वाला!

मैं- तुम्हारा मतलब है सेक्स?

 

करिश्मा कौर- हाँ, शायद वही या किसिंग वगैरह।

मैं- हाँ किया था न, लेकिन शादी के बाद नहीं किया … और तुमने?

 

करिश्मा कौर- हाँ एक दो बार ट्राई किया था मगर मज़ा नहीं आया और दर्द भी बहुत हुआ। वैसे भी, रूम की समस्या रहती है, और फिर सूरत हो या कोई भी शहर, कोई देख ले तो क्या कहे। होटल में जाओ तो भी रिस्क रहता है।

 

इस वक्त करिश्मा कौर पर दारू का नशा बढ़ने लगा था और वो नहीं जानती थी कि वो क्या बोलती जा रही है। या शायद फिर वो खुद भी इन सब बातों को करके मौके का फायदा उठाने की सोच रही थी, मैं इस बारे में नहीं कह सकता था।

 

हमने कहा- दर्द तो पहली बार का ही होता है, जब तुम अगली बार करोगी तो दर्द नहीं होगा। शायद तुम्हारा बॉयफ्रेंड ही अनाड़ी होगा, इसलिए तुम्हें मजा नहीं आया। अनुभवी लोग तो पहली बार में ही पूरा मजा दे देते हैं। अगली बार करना तो किसी अनुभवी के साथ ही करना … फिर देखो कैसा मजा आता है!

वो बोली- हम्म … हो सकता है।

 

करिश्मा कौर दो पैग पी चुकी थी और उनका असर उस पर साफ दिख रहा था।

उसकी आंखें लाल हो गई थीं।

 

हमने अपना दूसरा और उसका तीसरा पैग बना दिया।

 

फिर पूछा- तो कब ट्राई किया था तुमने? और किसके साथ किया था?

 

करिश्मा कौर बताने लगी:

 

एक था सर … मेरे ही कॉलेज का था, आप उसके बारे में नहीं जानते हैं। कई दिनों से वो मेरे पीछे पड़ा था। बार-बार मुझे रिसॉर्ट में ले जाने की बात कर रहा था। उसकी बातों से मेरा मन भी करने लगा था। हमने उसको हां कह दिया।

 

ये बात आज से लगभग 6 महीने पहले की है। संडे का दिन था और हम गुजरात हाईवे के एक रिसॉर्ट में गए थे। रूम ले लिया था और मुझे काफी डर लग रहा था।

 

फिर अंदर रूम में जाकर जब उसने करना शुरू किया तो मुझे अच्छा लगने लगा। मेरा डर भी कम होने लगा था। मुझे करवाने में मजा आ रहा था।

 

उसके बाद पता नहीं, वो बहुत जोर जोर से करने लगा और मुझे तेज दर्द होने लगा। खून भी निकलने लगा। मेरी हालत खराब हो गई। जैसे तैसे करके हमने खत्म किया और मुझे कुछ मजा नहीं आया। मुझे लगा इसी को सेक्स कहते होंगे। हमारे यहां तो पंजाबी परिवारों में सेक्स शादी के बाद ही होता है। मुझे नहीं पता था कि कैसे होता है, कैसा लगता है। हमने तो अपनी उत्सुकता के लिए हां कर दी थी। लेकिन दर्द के सिवाय मुझे कुछ नहीं हाथ लगा।

 

मैं ध्यान से उसकी बात सुन रहा था क्योंकि वो नशे में अपनी पहली चुदाई की कहानी बता रही थी।

मेरा लण्ड निक्कर में तना हुआ साफ साफ नज़र आ रहा था।

करिश्मा कौर भी कई बार उसको देख चुकी थी।

वो हर बार देख कर मुस्करा देती थी।

 

फिर थोड़ा रुककर वो आगे GF BF Sex की बात बताने लगी- तो सर, जब सब हो गया तो हम दोनों ने कपड़े पहने और खाना खाकर वहां से हम जल्दी से निकल गए। मुझसे चला नहीं जा रहा था दर्द की वजह से। रास्ते में उसने एक पेनकिलर दिया। घर पहुंचने तक दर्द काफी कम हो चुका था।

 

कुछ दिन बाद मेरे बॉयफ्रेंड के घर में कोई नहीं था, तो वो मुझे अपने घर ले गया।

वहां हम जब बातें कर रहे थे तो अचानक उसने मेरे गाल पर किस कर लिया और बाँहों में लेकर मेरे लिप्स को किस करने लगा।

मेरा भी मूड बन गया।

फिर धीरे-धीरे सब कपड़े उतार कर वो मेरे ऊपर आ गया। जैसे ही उसने मेरी (चूत) में डाला, मुझे फिर से दर्द हुआ।

 

वो करता रहा और मुझे दर्द होता रहा।

उसका काफी मोटा और बड़ा था। तीन-चार मिनट लगातार करके वो खाली हो गया और फिर एक तरफ लेट गया।

 

मैं बहुत अजीब सा महसूस कर रही थी। मुझे लगा कि ऐसे ही होता होगा एन्जॉयमेंट!

लेकिन मुझे इस एन्जॉयमेंट में रत्ती भर भी मजा नहीं आया।

 

जैसा हमने अपनी दोस्तों से सुना था, सेक्स में बड़ा मजा आता है, पूरी बॉडी रिलैक्स हो जाती है। शरीर में सनसनी सी फैल जाती है। लेकिन मेरे साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ। मुझे तो दर्द का बड़ा ही भयानक अनुभव हुआ।

 

मैं- तुम लोगों ने एक दूसरे को प्यार या फोरे प्ले नहीं किया था क्या?

करिश्मा कौर- ये क्या होता है?

यहाँ मुझे ऐसा लगा कि वो सूरत जैसे अल्ट्रा मॉडर्न शहर से होकर भी सेक्स के बारे में ज्यादा नहीं जानती है।

 

हो सकता है कि पारिवारिक पृष्ठभूमि ऐसी हो कि जहाँ सेक्स को ज्यादा तवज़्ज़ो न देते हों। मतलब उसे ये सेक्स-सम्भोग तो पता था लेकिन ये नहीं पता था कि इसको एन्जॉय कैसे करते हैं।

 

मुझे उसकी नादानी पर हँसी आ गई लेकिन हमने रोक ली।

 

फिर हमने कहा- फोरेप्ले मतलब कपड़े उतार कर एक दूसरे के जिस्म को रगड़ना, सहलाना, चूमना और एक दूसरे के प्राइवेट पार्ट्स को छूना, चूमना चूसना आदि।

करिश्मा कौर- नहीं, ऐसा कुछ नहीं हुआ।

 

मैं- तभी तो तुमको मज़ा नहीं आया। शायद तुम्हारी चूत गीली नहीं हुई होगी और रस भी नहीं छोड़ा होगा। तभी लण्ड डालने पर दर्द हुआ होगा।

 

अबकी बार हमने खुलकर चूत और लण्ड का नाम लिया।

उसने शर्म से गाल लाल तो किये लेकिन ऐतराज़ नहीं जताया। मतलब साफ था कि वो ये सब पसंद कर रही थी।

 

उसका मूड भी बना हुआ लग रहा था। ये सब मेरे लिए जैसे एक ग्रीन सिग्नल था। इसलिए मैं अब आगे बढ़ने के लिए तैयार था।

 

आपको यह GirlFrind BoyFrind Sex कहानी कैसी लग रही है? अपनी प्रतिक्रियाओं के जरिए जरूर बताएं।

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