मेरा नाम अनिल है, उम्र 24 वर्ष। है जैसा कि आप लोगों को पता है कि मैं एक टीचर हूं घर में जा के ट्यूशन पढ़ता हूं तो घर में जा के पढ़ने से ठीक ठाक कमाई हो जाती है दूसरा कभी कभी स्टूडेंट की मम्मी बुआ आंटी से भी रिश्ते बन जाते हैं खैर अब मैं आपको एक बड़ी कहानी सुनाऊंगा जो मेरे या मेरी एक स्टूडेंट के साथ हुई थी करीब 15 महीने पहले पिछले साल जुलाई में मुझे एक ट्यूशन पढ़ने का ऑफर मिला लड़की को पढ़ने के लिए 9वीं में इंग्लिश मीडियम की स्टूडेंट थी 1200 रुपये/महीने में बात हुई मैं पढ़ने जाने लगा वो लड़की सौम्या 14 साल की थी बहुत गोरी स्माइल गजब की, छोटे छोटे दूध, छोटी सी ही गांड लेकिन लंबे बाल कमर तक आते थे वो बस जवान हो रही थी मैंने उसे सिर्फ 4 महीने पहले व्यक्तिगत समस्या के कारण पढ़ा, मैंने पढ़ाना छोड़ दिया फिर भी उसके अच्छे मार्क्स आए तो इस साल भी मई उसको पढ़ने के लिए बुलाया गर्मी की चुट्टियों के बाद जुलाई में करीब 5 महीने पहले जब मैंने उसको देखा तो डांग रहा गया जिस लड़की को मैंने पढ़ाना छोरा था उसमें या इस वक्त जो लड़की थी उसमें काफी बदलाव था कुछ ही महिनो में आ गया उसके दूध निकल आया गांड भारी हो गई चेहरा जवानी से खिल गया था वो बिल्कुल जवान हो गई थी भरा पूरा बदन था किसी के भी सपने में आ जाए तो लंड का पानी निकल जाए टमाटर से गाल।
कोई भी उसके इस रूप को देख के मचल उठता है खैर मैंने उसको पढ़ना शुरू कर दिया है इस साल मैं उसको पढ़ने की जगह खुद उसको पढ़ने लगा हर वक्त उसके मनसल बॉडी को घुरने में लगा रहता है माई कोसिस करता की कैसे भी उसको टच करो इस कोसिस में मुझे काई बार उसके गाल को सहलाता या पीठ में हाथ फेर देता एक दिन सोम्या लोअर पहन कर पढ़ने आई कुछ देर बाद मेरी नजर साइड से उसके लोअर पे गई लोअर थोड़ा नीचे को था उसने पैंटी नई पहनी थी मैंने मौका देख के उसके लोअर में 4 उगलिया दाल के पकड़ा ताकि उसकी कमर या जांघ टच कर पाऊ या ऊपर को कर दिया वो बोली.
सॉरी मैंने कहा अंदर कुछ नहीं पहनना या ये नीची सरक गया वो सरम से सर झुका के मुंह फेर के कहा मुस्कुरा गई मैंने तभी कहा कि इसमें किसी की गलती नहीं है तुम्हारी स्किन ही इतनी सिल्की है कि कपड़े सरक जाते हैं जैसा नाम वैसा ही सारे वो मुझे देखने लगी मैंने उसके चेहरे में हाथ फेर के कहा सवाल लगाओ उस दिन उसने बड़े अनमाने ढांग से पढ़ा, अगले दिन से मुझे उसके व्यवहार में बदलाव दिखने लगा वो मुझसे सात के साथ लगी जब कोई आता तो वो सरक के दूर बेथ जाती 3,4 दिन में मुझे एहसास।
हो गया कि अगर इसको ढांग से हैंडल कर लिया जाए तो फस जाएगी मैंने बहुत सोचा क्या करूं फिर मेरे दिमाग में आईडिया आ गया मैं अगले दिन जब पढ़ूंगा तो उसकी संस्कृत की किताब में चुपके से लड़की की सेक्स देखी वाली पतली सी किताब रख दी क्योकोई माई जांता था इसको संस्कृत समझ नई आती तो वो किताब काम पढ़ती है अगले दिन हमने हमें को पढाना शुरू किया करीब 20 मिनट। पढ़ने के बाद मैंने उसे कहा सोम्या आज संस्कृत पढ़ेगे पुस्तक निकालो उसने पुस्तक निकली मैंने कहा 7वाँ अध्याय खोलो।
उसने ज्यो ही बुक खोली तो वो छोटी सी बुक निकल आई वो चोक गई या हड़बड़ा के छुपने लगी मैंने कहा क्या छुपा रही हो प्रगति रिपोर्ट छुपा रही हो दिखाओ लाओ इधर वो नई बोली लेकिन इसके पहले वो कुछ कर पाती मैंने दोनों बुक उसके हाथ से छीन ली या अंजान बन के खोल के देखने लगा मैंने जैसे ही वो किताब देखी तो कहा ओह माय गॉड सौम्या तुम ये किताब देखने लगी हो अभी से वो सहम सी गई नो नो सर वो सर मुझे पता नहीं कहा से ये मैंने कहा सच बताओ कहा से पाई ये वरना अभी तो मैंने देखी है अब पापा मम्मी को दिखाउगा वो क्या बोलती।
वो रुआसी हो के बोली सच में सर माई नई जानती है कहा से ये मैंने कहा लो रख लो इसे या जिसे लाई उसे लौटा देना या खुद अधूरा पढ़ा के निकल आया अगले दिन वो डरी मेरे पास पढ़ने आई मैंने तोड़ी देर पढ़ने का नाटक किया फिर पूछा वो किताब वापस ले लो वो नई बोली सर माई नई जांती कहां से आई वो किताब मेरे पास मैं बोला कहा गई वो किताब लाओ मुझे दो माई फेक आउगा वो बोली सर वो तो मैंने अंदर छिपा दी मैंने डेटा कहा नालायक जहां ना फंसना हो वहा फंसेगी जाओ ले के आओ वो जल्दी से गाई या खाली हाथ वापस आई मैंने कहा दो कहां गई किताब तो उसने सूट में हाथ डाला या सलवार में फसी बुक निकल के दी मैंने कहा अच्छा छुपाने।
के तारिके भी सीख गई वो उदास बैठो ही मैंने किताब को जेब में रख लिया कहा क्या किया इस किताब का कल से अब तक वो चुप थी मैंने कहा तुमने देखी है ना ये कल सच बताओ वो डर ऐ बोली हा देखी थी मैंने पूछा क्या देखा थी क्या देखा वो बोली हमें गंदी फोटो थी मैंने कहा साड़ी देखी वो हा बोली तो मैंने कहा कैसे पता ये गंदी है उसका जवाब सुन के मैं खुश हो गया वो बोली पापा मम्मी चुप के रात में करते हैं मेरा दाव साहब बेथ गया मैंने कहा ओह तो रातमे जगने भी लगी हो वो मुझे देखने लगी वो बोली नई सर वो गलती से देखा था मैंने कहा बढ़िया क्या कुछ अच्छा लगा हां यू ही तो वो सरमा गई मैंने आइडिया लगा लिया कि ये मस्त हो चुकी है वो सब देख के मैंने दोबारा कहा तो वो बोली सब कुछ जो बुक में था मैंने कहा या बोला कभी किया तो नई ये सब वो नई सर नहीं किया मैंने उसके कंधों में हाथ रख के कहा देखो सौम्या मुझे बताओ मैं सब कुछ सही कर दूंगा घर में किसी को पता ना चलेगा वो बोली मैंने कुछ नहीं किया सर मैंने ठीक है कहा या हमें दिन निकल आया अगले 2 दिन तक मैं उसको पढ़ने न जा पाया तीसरा दिन मैं गया वो जब आई तो चुप थी मुझसे पूछा आप 2 दिन क्यू नै आए मैंने कहा तुम झूठ बोलती हो इसलिए मैं नई आया वो बोली सच में सर मैंने कोई झूठ नई बोला बस एक बात छुपाई मैंने कहा क्या वो बोली सर इस साल गर्मी में मौसी के यहां गाई थी वहां पर दीदी ने मुझे गंदी गंदी बात की ये सब बताया था या कहा था कि अगर तुम रात में जग के मम्मी पापा को देखोगे तो ज्यादा मजा आएगा इसलिए मैंने वो देखा था मैंने कहा या क्या हुआ वाहा सच बताना वो बोली दीदी ने एक लड़की का डंडा मुझे अपनी अपनी डलवाया था मैंने कहा हे भगवान मैंने कहा या तो वो बोली दीदी ने मेरी इसमें भी डाला था मैंने कहा।
क्या हुआ था वो बोली बहुत ज्यादा जलन हुई थी खून भी निकला था लेकिन बाद में मुझे अच्छा लगा था मैंने कहा कितनी बार किया ये या कब करती थी वो फ्रेंक हो के जवाब देने लगी बोली रात में हम दोनों साथ में सोते थे टैब करते 4 बार किया बस मैंने कहा चलो ठीक है जो हुआ सो हुआ मजा आया कि नहीं वो थोड़ा सा हंसी या हां बोली मैंने अपने पेंट में तन चुके लंड की तरफ इसारा कर के कहा अगर लड़की की जगह इसको डालती तो ज्यादा मजा आता वो गौर से पेंट का उठा हिसा देखने लगी।
मैंने कहा जल्दी से इसे पकड़ के देखो क्या वो लकड़ी थी इसे मोती थी उसने थोड़ा हाथ आगे को किया तो मैंने खुद ही हाथ पकड़ के लंड पे रख दिया कहा अब बताओ वो बोली इसे पतला था मैंने उसके हाथ पकड़े हुए ही दो तीन बार ऊपर नीचे किया फिर उसका हाथ हटा दिया मैंने कहा देखोगी इसको वो बोली कोई आ जाएगा तो मैंने कहा निकल लू ऊपर से बुक रख लूगा तो तुम देख लेना उसने हा में सर हिलाया मैंने बिना वक्त गावे जिप खोल ली या ऊपर बुक कर ली काहा देखो वो नीची झुक के देख के बोली यहां तो नई कुछ वो मैंने कहा पगली हाथ लगा के देखो उसने हाथ लगाया या मुत्थिमे पकड़ा.
मैंने कहा जल्दी से निकल के देख लो उसने छड़ी में हाथ डाला तो मेरी झांटो में तेजी से हुआ नरम उगलियो वाला हाथ लंड पे पहुंच गया उसने निकला या देख के सरमाते हुए कहा ये तो काफी मोटा लंबा है मैंने कहा अच्छा है वो बोली हा फिर मैंने कहा अब अंदर कर दो बाकी का कल देखना जल्दी डरता है उसकी मम्मी चाय ले के आने वाली थी मेरा प्लान सही जा रहा था।
अगले दिन मैंने कहा सोम्या कल कैसा लगा था वो मुंह मोड़ के बोली अच्छा लगा था मैंने कहा मुझे भी अच्छा लगा था तुम्हारे हाथ बड़े नरम हैं या पकड़ोगी वो हा में सर हिला के जवाब दी मैंने उसकी तरह किताब रख के उसे लंड निकाला या सहलाने को कहा वो किसी एक्सपर्ट की तरह मेरे लंड की मुठ मारने लगी मैंने कहा बस अब रहने दो या जिप लगा के जैसे तैसे पढ़ई खत्म की अब तो लगभग माई रोज उससे मुठ मरवाता उसकी जंघे सहलाता कड़क दूध भी दवाने लगा मजा आता था मैं एक दिन दुध.
दावते वक्त जब वो मस्ती में आख बंद किये थी मैंने पूछ लिया सोम्या कितना अच्छा होता अगर मैं ये तुम्हारी इसमे दाल के मजा देता वो बोली हां सर मजा आता मुझे मैंने कहा करवाओगी वो हा बोली तभी किसी के आने की आहट से हम नॉर्मल हो गए अब मैंने दिमाग लगाया कि ये तो लगभग फंस गई है लेकिन इसको चोदुगा कहा कैसे इसी उधेड़ बुन में लगा रहता अचानक से एक दिन में जब पढ़ने के लिए गया तो करीब 10 मिनट। बाद उसकी मम्मी आई बोली सोम्या माई बजर जा रही हूं सर के जाने के बाद गेट अंदर से ढांग से लगा लेना माई जल्दी आ जाउगी वो चली गई तो सोम्या गई गेट लगा आई।
मैंने उसका हाथ पकड़ के खींच लिया या दोनों दूध दवाने लगा चूमने लगा लव यू सोम्या लव यू कहने लगी उसकी सांसे तेज हो गई मैंने जल्दी से उसको अलग किया अपना लंड निकाल के पकड़ा दिया कहा लो आज देख लो इसे वो पकड़ लो के देखने लगी मैंने कहा किस कर लो इसको उसने किस किया मैंने सोचा रोमांस नई करना छोड़ लू वरना ना जाने कब किसी कुंवारी लड़की को चोदने का मौका मिलेगा मैंने उसको सोफे में लिटाया उसकी लेगी पैंटी को नीची किया या कुंवारी चिकनी चूत देख के माई किस किये बिना ना रह पाया मैंने जब किस किया तो वो sssssss सिसक उठी मैंने उसकी चुत में थूक लगया या अपनी उगली अंदर दाल दी वो ससीसी कहनी।
लगी मैंने जल्दी-जल्दी उगली चलाई, दूध भी दवा रहा था उसके वो अहहाह स्स्स सिसिसिसिस स्सीसी सइयाइइइया कहती रही मेरे हाथ को पकाडे थी जोर से मैंने देखा वो आनंद लेने लगी है तो मैंने लंड पे थूक लगाया या चूत से सटा दिया काफी गर्म थी माई जानता था कि ये लंड का दर्द नहीं सह पाएगा मैंने उसके हाथो हो अपने हाथों में लॉक कर लिया या उसके होठों को मुहं भर लिया फिर पूरी ताकत से अंदर पेल दिया वो मेरी पकड़ से छूट ना पाई लेकिन मुंह से उसके होंठ निकल गए वो जोर से आआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआ पहुँचने जाने जाने वाले गये गये जाने वाले समय के बारे में है मुझे नई कारवाना अंदर आह.
मैं बर्दाश्त नहीं कर सकती सर प्लीज रोने लगी मैंने फिर से एक धक्का मार दिया और अंदर कर दिया वो लगातर गाल रही थी मैंने कहा बस डार्लिंग हो गया रो मत वो नहीं नहीं नहीं सर प्लीज प्लीज निकाल दो वो कमर उठाने लगी हिलाने लगी मैंने भी अपना दबा दिया या चोदने लगा 20,25 ढक्को के बाद वो संत होने लगी मैंने मजा देना सुरू कर दिया उसके दूध दावा के उसको चूमते हुए चोदने लगा वो आह आह सर आह कहते हुए अचानक या करो या करो आह सर आह आह उम्ह उम्ह मुहुहुहुह हाहाहा कहने लगी तो मैं भी अपने पे आ गया लगतार चोदने लगा वो मुझसे लिपटने लगी मुझे चूमने लगी वो शुद्ध जोश में थी मुझे।
चोदने में जो मजा आ रहा था पूछो मत कुंवारी लड़की को चोदना भाग्यशाली था मेरी उसकी आह आह सिसकारी सुन के मेरा जोश बढ़ गया था मैं या जल्दी जल्दी चोदने लगा मैंने चोदना जारी रखा 15 मिनट। तक छोड़ने के बाद मेरा पानी आने वाला था मैंने तेजी से लंड निकाला कि एक बार में पूरा अंदर किया तो उसको हिचकी आ गई मैंने लंड निकाला उसके हाथ में पकड़ा के मुंह मरवाई 4,6 बार हिलाते ही लंड ने पिचकारी छोड़ दी उसके हाथ में भी लग गया तो मैंने रुमाल से उसका हाथ साफ।
किया या हाथ पकड़ के चूम लिया उसके ऊपर लेट गया लव यू सोम्या कहा उसने भी रिप्लाई मी लव यू टू काहा हम दोनों कुछ देर बाद अलग हुए कपडे पहने उसको दर्द हो रहा था मैंने उसको भगवान में बिठाया उसके जिस्म को सहलाया दर्द कम किया फिर माई निकल आया उसके बाद से हम लोगो को जब भी मौका मिलता है माई चोद लेता हूं लेकिन अब तक इतना मौका नहीं मिल पाया कि माई सोम्या की गांड मार पाऊ लेकिन जल्दी ही मैं मार लूगा आप लोगो को कैसी लगी मेरी ये असली अविस्मरणीय कहानी जरूर मेल कर बतायें धन्यवाद! आपका अनिल.