Baap Ne 14 Saal Ki Beti Ki Chudai Ki Kahni Hindi Me

Baap Ne 14 Saal Ki Beti Ki Chudai Ki Kahni Hindi Me

दोस्तों, यह बात तब की है जब मैं सिर्फ 14 साल की थी और 10th क्लास में पढ़ती थी। मेरी हाइट 5.6 के करीब थी और मैं काफी सुंदर दिखती थी। मेरी ब्रेस्ट्स उभरना शुरू हो गई थीं, मतलब अगर कोई हाथ लगाता तो वे थोड़ी-थोड़ी हाथ में आ सकती थीं। घर पर मैं, मेरे पापा, मेरी मम्मी, मेरा भाई, मेरे चाचा और चाची रहते थे। भाई मुझसे 1 साल बड़ा है। मेरी मम्मी हाउस स्कूल में टीचर हैं और मेरे पापा कॉर्पोरेशन बैंक में जॉब करते हैं। हम हैं तो पंजाब से लेकिन अभी UP में रहते हैं। अब मैं अपनी कहानी पर आती हूँ। click 2ndwife Available

घर पर हम सब अपने-अपने कमरे में सोते थे, मतलब मेरा और भाई दोनों का भी अलग कमरा था। मेरे चाचा चाची का कमरा मेरे कमरे के बिल्कुल सामने था। मेरे 10वीं के स्कूल टेस्ट शुरू होने वाले थे.. इसलिए मैं देर रात तक पढ़ाई करती थी। एक दिन मैं रात को करीब 11 बजे बाथरूम के लिए उठी तो मुझे चाचा चाची के कमरे से कुछ आवाज़ें सुनाई दीं। पहले तो मैं डर गई। चाची लगातार ओह मॉम है मॉम कर रही थी। पहले तो मैं दरवाज़ा खटखटाने लगी लेकिन फिर मैंने की होल में से जो देखा देखती ही रह गई। चाचा ने चाची की दोनों टांगें उठा रखी थीं और अपना मोटा लंड चाची की चूत में डालकर अंदर बाहर कर रहे थे जिसकी वजह से चाची सिसकियाँ भर रही थी। तकरीबन 20 मिनट बाद जब चाचा और चाची झड़ गए तो चाची ने फिर से लंड को मुँह में डाल लिया और चूसने लगी। चाचा ने पूछा कि कैसा लगा तो चाची बोली आज तो बहुत मज़ा आया आज तो आपने मेरी पूरी तरह से फाड़ दी है। यह सब देखकर मुझे अजीब सा लगा। और फिर मैं अपने कमरे में आ गई लेकिन मुझे नींद नहीं आ रही थी। मुझे बार-बार चाचा का लंड चाची की चूत में अंदर बाहर होता दिखाई दे रहा था और मुझे मेरी चूत पर भी खुजली होती महसूस हो रही थी लेकिन मुझे यह नहीं पता था कि यह सब क्या होता है। क्योंकि मैं इन सभी बातों से अनजान थी। फिर यह सिलसिला रोज़ चलने लगा और मैं रोज़ रात को उन्हें सेक्स करते देखने लगी। ऐसे ही 3 दिन चलता रहा। और फिर चौथे दिन भी मैं जब की होल में से यह सारा नज़ारा देख रही थी और इतनी मगन थी यह देखने में कि मुझे पता ही नहीं चला कि कब मेरे पापा बाथरूम के लिए उठे और मेरे पास आकर खड़े हो गए। मुझे तब पता चला जब वो बोले कि कुसुम तुम यहाँ क्या कर रही हो। उन्हें देखकर मेरे होश उड़ गए, मैं घबरा गई। तब उन्होंने की-होल से झाँककर अंदर का नज़ारा देखा तो मुझे मेरे कमरे में ले गए और खूब डाँटा। लेकिन शायद इसलिए कि मैं एक लड़की हूँ, वे ज़्यादा ज़ोर से नहीं चिल्लाए और मुझसे यह कहकर कि मैं तुमसे बाद में बात करूँगा, चले गए। मैं बहुत डर गई थी कि अगर उन्होंने मॉम को बता दिया तो वे मुझे मारेंगी। लेकिन पापा ने न जाने क्या सोचकर मॉम को नहीं बताया और फिर वे रोज़ रात को उठकर देख लेते थे कि कहीं मैं फिर तो नहीं देख रही उठकर। मुझमें दोबारा जाने की हिम्मत तो नहीं थी लेकिन मुझे यह एहसास ज़रूर हो गया था कि ऐसा करने में मज़ा ज़रूर आता होगा। फिर मैं अपनी पढ़ाई में लग गई क्योंकि पापा ने मुझे एक दिन बाहर ले जाकर कहा था कि तुम सिर्फ़ अपनी पढ़ाई पर ध्यान दो नहीं तो तुम्हारी मॉम को बता दूँगा और मॉम से हम सब बहुत डरते थे। वे कहते तो कुछ नहीं थे लेकिन जाने क्यों सारे मेंबर ही डरते थे उनसे।

मेरे क्लास टेस्ट शुरू हो चुके थे और 10 दिन चलने थे और उनसे अगले दिन मेरी चाची के भाई की शादी थी पंजाब में उन्होंने सभी को बुलाया था तकरीबन एक हफ़्ते पहले। लेकिन मेरे क्लास टेस्ट की वजह से मैं जा नहीं सकती थी तो यह फैसला हुआ कि मॉम, भाई और चाचा चाची पहले जाएंगे और मैं और पापा टेस्ट के बाद जाएंगे। वो सभी एक हफ़्ते पहले चले गए थे.. मैं भी जाना चाहती थी लेकिन मैं क्लास टेस्ट की वजह से जा नहीं सकती थी अब मैं और पापा घर पर अकेले ही थे। मैं जब स्कूल से घर आई तो मुझे रह रहकर चाचा और चाची याद आ रहे थे मुझे नींद भी नहीं आ रही थी। इतने में पापा ऑफिस से आ गए मैंने और पापा ने खाना खाया और टीवी देखने लगे। मैं पापा के पास ही बैठी टीवी देख रही थी। टीवी पर राम तेरी गंगा मैली मूवी चल रही थी और मैं पापा की गोद में सर रखकर टीवी देख रही थी। जब वो मंदाकिनी का नहाने वाला सीन आया तो पापा का लंड भी उसके सेक्सी बदन को देखकर खड़ा हो गया और मेरे गालों से टच करने लगा पर वो मुझे उठा नहीं सकते थे शर्म की वजह से और मुझे भी लंड का एहसास हो गया था। पापा का खड़ा हुआ लंड मुझे टच कर रहा था और मेरे मन में उसे देखने की बहुत इच्छा हो रही थी लेकिन मैं पापा को बोल नहीं सकती थी लंड का एहसास पाकर मेरी चूत पर भी खुजली होने लगी थी। मैं बाथरूम जाने को उठी और पापा से बोली कि मैं सोने जा रही हूँ। और बाथरूम चली और फिर अपने रूम में सोने के लिए चली गई लेकिन नींद नहीं आई क्योंकि पापा के खड़े हुए लंड का एहसास मुझे सोने नहीं दे रहा था और बार बार मेरा मन उसे देखने का हो रहा था। जब नींद नहीं आई तो मैं पापा के रूम की तरफ चल पड़ी और जैसे ही दरवाज़ा खोला मैं देखती ही रह गई पापा अपने लंड को बड़े प्यार से सहला रहे थे मैंने पूछा आप ये क्या कर रहे हो तो वो बोले कुछ भी नहीं और फिर उन्होंने अपने लंड को अपनी पैंट में डाल लिया। वो कहने लगे कि तुम यहाँ क्यों आई हो तो मैंने कहा कि नींद नहीं आ रही है मैं यहीं सो जाऊं आपके पास तो वो बोले कि सो जाओ मैं तो चाहती यही थी क्योंकि मैं लंड के स्पर्श से बहुत एक्साइटेड हो रही थी। फिर मैं पापा के साथ ही बेड पर सो गई लेकिन मुझे नींद कहाँ आनी थी मेरे मन में तो लंड को देखने की चाहत थी। मैं पापा की तरफ अपनी पीठ करके सो गई.. पापा भी सो चुके थे। लेकिन मैं जाग रही थी और धीरे-धीरे से पापा के नज़दीक जा रही थी ताकि उनके लंड का स्पर्श पा सकूँ क्योंकि वो अभी भी खड़ा था और फिर मैं पापा के इतने नज़दीक आ गई कि मेरी गांड पापा के लंड को टच करने लगी। इस बात का एहसास पापा को भी हुआ कि उनके लंड से कुछ टच किया है और उन्होंने मुझे अपनी वाइफ यानी मेरी मॉम समझकर खींच लिया और बोले नज़दीक आ जाओ डार्लिंग दूर क्यों हो और मैं यूँ ही पड़ी रही अब उनका लंड मेरी गांड को टच करने को तैयार था कि तभी उनकी नींद खुल गई और वो हकलाकर बोले सॉरी बेटी मैं समझा कि तुम्हारी मॉम है मैंने कहा कि कोई बात नहीं है। फिर हम उठकर बैठ गए और मैंने कहा कि पापा अगर मैं आपसे एक बात पूछूँ तो बुरा तो नहीं मानोगे तो वो बोले कि पूछो।

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मैंने कहा कि पापा आप रात में क्या कर रहे थे जब मैं आई थी तो वो बोले कुछ नहीं तो मैंने कहा कि प्लीज़ बताइए ना कि आप क्या कर रहे थे। तो पापा बोले कि तेरी मॉम की याद आ रही थी। तो मैंने पूछा कि अगर मॉम की याद आ रही थी तो आप इसे क्यों सहला रहे थे और ये क्या होता है। पापा बोले अभी तुम छोटी हो अभी ये बातें मत करो लेकिन मैं ज़िद करने लगी कि बताओ तो बोले इसे लंड कहते हैं। मैंने पूछा इससे क्या करते हैं तो बोले इससे मैं तुम्हारी मॉम की चूत मारता हूँ मैंने कहा कि चूत क्या होती है तो उन्होंने मेरी चूत पे हाथ लगा के बताया कि इसे चूत कहते हैं और लंड को इसके अंदर डालते हैं तो मैंने झट से कहा जैसे चाचा और चाची करते थे तो बोले कि हाँ बिल्कुल उसी तरह। मैंने कहा इससे क्या होता है तो बोले बड़ा मज़ा आता है। मैंने कहा कि मुझे भी ये मज़ा लेना है तो वो बोले कि तुम्हें ये मज़ा शादी के बाद मिलेगा जब तुम्हारा पति तुम्हारी चूत में लंड डालेगा तो। और फिर मैं उठकर नहाकर तैयार हो गई और पापा के लिए खाना बनाने लगी। उस दिन मैंने टेस्ट बहुत मुश्किल से किया क्योंकि मन ही नहीं लग रहा था बार-बार सामने पापा का खड़ा हुआ लंड आ जाता था। मैं जल्दी ही घर आ गई। शाम को पापा भी घर आ गए और हम टीवी देखने लगे तो मैंने कहा कि पापा मुझे आपका लंड देखना है वो बोले कि एक मारूंगा कान पे ऐसी बातें नहीं करते लेकिन मैं नहीं मानी और कहा कि मुझे बस देखना है ज़िद करने लगी तो वो बोले कि क्या करना है मैंने कहा कि बस देखना है। वो समझ गए कि इसे अभी कुछ पता नहीं है लेकिन मेरी ज़िद के आगे वो हार गए और उन्होंने अपनी पैंट की ज़िप खोल दी और अपना लंड बाहर निकाल दिया वो आराम से सो रहा था जैसे ही मैंने उसे टच किया वो झट से खड़ा हो गया और फुफकारने लगा। मैं उसे प्यार से सहलाने लगी तो पापा को भी अच्छा लगने लगा। मैं करीब 3 मिनट तक सहलाती रही और जब रुक गई तो वो बोले कि सहलाती रहो अच्छा लग रहा है। मैंने फिर से सहलाना शुरू कर दिया। अब उन्होंने अपनी पैंट का हुक खोल दिया। तभी उनकी नज़र मेरी उभरती हुई छातियों पर पड़ी और वो उन्हें घूरने लगे तो मैं शर्मा गई। अब वो मुझसे खेलने का इरादा बना रहे थे। वो भी मेरी नाइटी के ऊपर से मेरी छातियों को सहलाने लगे। मुझे एकदम शॉक सा लगा और मज़ा भी आ रहा था। फिर उन्होंने धीरे से नाइटी के ऊपर से मेरी चूत को सहलाना शुरू किया। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। वो मेरी छातियाँ और चूत नाइटी के ऊपर से सहला रहे थे और मैं उनके लंड को पकड़कर बैठी थी। रात के 12 बज चुके थे फिर वो बोले कि अभी सो जाओ कल तुम्हारा टेस्ट भी है। मैं दुखी मन से सो गई क्योंकि मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। लेकिन मैं कर भी क्या सकती थी।

उस दिन भी मेरा टेस्ट देने जाने का मन नहीं था लेकिन बड़े दुखी मन से मैंने टेस्ट दिया और करीब 11 बजे घर आ गई लेकिन जब घर पहुंची तो देखा पापा घर पर ही थे मैंने पूछा कि आप इतनी जल्दी क्यों आ गए तो बोले कि तबीयत ठीक नहीं थी और फिर बोले कि आओ हम टीवी देखते हैं। मुझे नहीं पता था कि वो सारी रात सोए नहीं और ऑफिस से मुझे छोड़ने के इरादे से घर जल्दी आए हैं लेकिन उन्हें देखकर मैं भी खुश थी कि शायद दिन में ही लंड के दीदार हो जाएं। उन्होंने मुझे अपनी गोद में बिठा लिया और मेरी चूतियों को मसलने लगे अब उन्होंने मेरी शर्ट के अंदर से मसलना शुरू किया था मुझे बहुत मजा आ रहा था। फिर वो बोले कि सारे कपड़े उतार दो लेकिन मैं शरमाने लगी तो उन्होंने ही मेरे भी और अपने भी कपड़े उतार दिए। और फिर उन्होंने मुझे लिटा दिया और मुझे कहने लगे कि क्या तुम इसे चूसोगी मैंने कहा कि हां तो वो मेरे ऊपर आ गए और हम दोनों एक दूसरे उल्टे लेट गए यानी उनका लंड मेरे मुंह की तरफ था और मेरी चूत उनके मुंह की तरफ और फिर वो मेरी चूत को प्यार से चाटने लगे। मेरे मुंह में उनका लंड था लेकिन फिर भी मेरे मुंह से सिसकियां निकलने लगी क्योंकि अब वो मेरी चूत में अपनी जुबान डालकर अंदर से सकिंग कर रहे थे और मेरे मुंह से अजीब सी आवाजें आ रही थी। एक हाथ से वो मेरी चूतियों को मसल रहे थे। फिर वो सीधे होकर बोले कि दो दिन हो गए तेरी मॉम को गए हुए हम तो रोज लेते थे उसकी लेकिन 2 दिन से तरस रहे हैं आज तेरी चूत मारेंगे दबा के बोलो क्या तुम मरवाओगी मुझसे अपनी चूत में तो मैं तो पहले से ही तैयार बैठी थी। मैंने कहा कि हां मैं मरवाऊंगी। अपनी चूत फिर तो जैसे वो शुरू ही हो गए और बोले कि ये जो तेरी चूतियां हैं देख मैं इन्हें कैसे मसल मसल के बड़ी करूंगा। मुझे पूरा मजा आ रहा था। पहली बार कोई मर्द वो भी मेरा बाप मुझे नंगी करके मसल रहा था। उनका तना हुआ 8 इंच लंबा और 2-3 इंच मोटा लंड फुंकारे मार रहा था, जिसे देख देखकर मैं बहुत खुश हो रही थी कि आज ये मेरी चुदाई करेगा। करीब एक घंटे की सकिंग के बाद पापा ने मेरी चूत में उंगली डाली और अंदर बाहर करने लगे और मेरे मुंह से सिसकारियां छूटने लगीं। फिर पापा ने मुझे सीधा किया और बोले कि अब रेडी हो जाओ अब लंड तुम्हारी चूत में घुसेगा। मैं डर गई और बोली कि ये तो मेरी चूत फाड़ देगा वो बोले कि मैं तेल लगाऊंगा तो कुछ नहीं होगा लेकिन मुझे डर लगने लगा तो उन्होंने कहा कि चुपचाप लेट जा तो मैं लेट गई। उन्होंने अपने लंड पे और मेरी चूत पे तेल लगाया और अपने लंड के मुंह से मेरी चूत के मुंह को रगड़ने लगे मुझे अजीब सा नशा होने लगा और बहुत अच्छा लगने लगा अब मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने कहा कि प्लीज़ पापा अब तो लंड को अंदर डाल ही दीजिए वो बोले पापा नहीं मेरी रानी मुझे डार्लिंग बोलो मैंने कहा कि आज मुझे आप अपनी पत्नी समझकर ही चोदिए लेकिन मैं आपको पापा ही कहूंगी वो बोले ओके।

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फिर उन्हें एक झटका से आधा लंड मेरी चूत के द्वार पर प्रवेश कर गया या मेरी एक दर्दनक गाल निकल गई या मैं गाल निकलने लगी की है पापा प्लीज इसे बाहर निकाल लीजिए वरना मैं मर जाउंगी वो बोले सबर राखो मेरी रानी पिछले दो दिन से तो तुम मेरे लंड को सहलाना कर मजबूर कर चुकी हो कि वो तुम्हारी चूत मारे फिर वो मेरी चुचियों को सहलाने लगे या उन्हें चूसने लगे इसमें मेरा दर्द कुछ कम हो गया। करीब 5 मिनट बाद उन्हें एक या झटका मारा या लंड पूरा अंदर पहुंचा दिया या मेरी फिर से गाल निकल गई मेरी कुवांरी चूत मैं से खून की धार निकली कौ कि उनके लंड ने मेरी चूत की सील तोड़ दी थी.वो फिर से मेरी चुचियों को मसलने लगे या धीरे धीरे मेरा दर्द कम होने लगा फिर धीरे-धीरे लंड को अंदर बाहर करना शुरू कर दिया, मुझे दर्द तो हो रहा था लेकिन थोड़ा थोड़ा अच्छा भी लग रहा था। करीब 30 मिनट तक वो धीरे-धीरे अंदर बाहर करते रहे या फिर उन्हें थोड़ी तेजी से लंड को अंदर बाहर करना शुरू किया अब मुझे भी मजा आने लगा। अब मैं भी कह रही थी पापा या ज़ोर से चोदी मेरी चूत को या वो या जोश से धक्के मारने लगते थे। मुख्य जगह पड़ी देख रही थी आआआह्ह्ह्हह्ह्ह्ह पापा ओह्ह्हह्हह्हह्ह मेरे पाया पापा आज अपनी लाडली बेटी की चूत को फाड़ दो इसे इतना मजा दो बस ये सिर्फ आपके लंड की हाय दीवानी बन जाए या पापा पूरे जोर शोर से ढकेल मार रहे या एह रहे आज देख मैं तेरी चूत को फाड़ के चोदूंगा. या मेरी आला पड़ी की आवाज आ रही थी ओह्ह माँ है माँ पापा ने आज आपकी प्यारी बेटी की चूत फाड़ दी आज वो चुद रही है अपने प्यारे पापा से। पापा ने मेरी दोनों तांगे उठा ली या आपने खंडों पर रख ली या या फिर भी जोर से ढाके मारने लगे। करीब एक घंटा वो मुझे चोदते रहे इस बीच मैं दो बार झड़ चुकी थी लेकिन पापा एक बार भी नहीं झड़े थे। एक घंटे बाद बोले कि मैं झड़ने वाला हूँ बोलो ये अपना सारा माल तुम्हारी चूत में ही निकालूँ या तुम इसे अपने मुँह में लेना चाहोगी तो मैंने कहा कि इसे चूत में ही निकाल दीजिए। और फिर जब पापा जब झड़ गए तो वो मेरे ऊपर ही लेट गए और बोले कि इतना मज़ा तो तेरी मॉम की चुदाई में भी नहीं आया जितना तुझे चोदने में आया है क्योंकि आज मेरे लंड ने एक कुंवारी चूत चोदी है। 15 मिनट यूँ ही लेटने के बाद वो मुझे उठाकर बाथरूम में ले गए और मुझे नहलाने लगे मेरी चूत बिल्कुल सूज गई थी। वो बोले कैसा लगा। मैंने कहा कि बहुत मज़ा आया आपने तो मेरी कुंवारी चूत फाड़ ही डाली है। वो बोले घबराओ मत अभी तो हम दोनों अभी 5 दिन और घर पे अकेले ही हैं मैंने कहा कि सच में बहुत मज़ा आएगा। और फिर उन्होंने उस रात मेरी दो बार और चुदाई की। इस तरह 5 दिन लगातार पापा मेरी चूत को आनंद देते रहे और मैं भी उछल उछल कर उनसे चुदती रही हर रात वो 3 या 4 बार मुझे चोदते थे। उसके बाद जब भी कोई मौका मिलता पापा मुझे पकड़ के चोद देते थे।

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